tag:blogger.com,1999:blog-7945846039931637713.post5299197564244041805..comments2023-06-22T08:41:15.991-07:00Comments on शहर में अजनबी हूँ: लक्ष्मीकांत त्रिपाठीhttp://www.blogger.com/profile/18152316920002579619noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-7945846039931637713.post-67448695663688910722010-06-16T02:56:02.967-07:002010-06-16T02:56:02.967-07:00प्यास मिट जाये किसी की इसलिए
बर्फ सी हरदम गली...प्यास मिट जाये किसी की इसलिए <br />बर्फ सी हरदम गली ये ज़िन्दगी<br /><br />वाह बेहतरीन ग़ज़ल कही है आपने...मेरी दाद कबूल करें...<br />नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7945846039931637713.post-38401170245791518062010-06-11T22:12:59.618-07:002010-06-11T22:12:59.618-07:00हिंदी ब्लाग लेखन के लिए स्वागत और बधाई
कृपया अन्य ...हिंदी ब्लाग लेखन के लिए स्वागत और बधाई<br />कृपया अन्य ब्लॉगों को भी पढें और अपनी बहुमूल्य टिप्पणियां देनें का कष्ट करेंअजय कुमारhttps://www.blogger.com/profile/15547441026727356931noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7945846039931637713.post-20435796407509217212010-06-09T21:17:24.171-07:002010-06-09T21:17:24.171-07:00मनभावन रचना, दिल को छू जाने वाली रचना,
अति सुन्दर,...मनभावन रचना, दिल को छू जाने वाली रचना,<br />अति सुन्दर, सटिक, एक दम दिल कि आवाज.<br />कितनी बार सोचता हु कि इतना अच्छा कैसे लिखा जाता है.<br />अपनी ढेरों शुभकामनाओ के साथ<br />shashi kant singh<br />www.shashiksrm.blogspot.comShashi Kant Singhhttps://www.blogger.com/profile/09433460092017294760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7945846039931637713.post-68486898168319665612010-06-09T12:26:30.192-07:002010-06-09T12:26:30.192-07:00एक हसीं हसरत की ख़ातिर दोस्तो,
रात भर तिल-तिल...एक हसीं हसरत की ख़ातिर दोस्तो, <br />रात भर तिल-तिल जली ये ज़िन्दगी<br /> बढ़ियासंजीव द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/10831744711880635796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7945846039931637713.post-51870229190103846862010-06-09T08:00:49.499-07:002010-06-09T08:00:49.499-07:00"प्यास मिट जाये किसी की इसलिए
बर्फ सी हरदम ..."प्यास मिट जाये किसी की इसलिए <br />बर्फ सी हरदम गली ये ज़िन्दगी"<br />नाजुक भावों और अहसासों से रूबरू कराती लाजवाब रचना के लिए बधाईAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7945846039931637713.post-87749837477215771712010-06-09T07:03:24.673-07:002010-06-09T07:03:24.673-07:00बहुत बेहतरीन पंक्तियां।
एक हसीं हसरत की ख़ाति...बहुत बेहतरीन पंक्तियां। <br /><br />एक हसीं हसरत की ख़ातिर दोस्तो, <br />रात भर तिल-तिल जली ये ज़िन्दगी<br /><br />इन लाईनों नें तो गजब ही ढा दिया भाई।Dev K Jhahttps://www.blogger.com/profile/06471032900319205793noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7945846039931637713.post-5427645514331443392010-04-21T10:20:07.188-07:002010-04-21T10:20:07.188-07:00प्यास मिट जाये किसी की इसलिए
बर्फ सी हरदम गली...प्यास मिट जाये किसी की इसलिए <br />बर्फ सी हरदम गली ये ज़िन्दगी !!!<br />वाह ! लक्ष्मी कान्त जी ! आपतो हर नज्म में जान डाल देते हैं !आज के बेरहम मौसम में दुआ की तरह ये पंक्तियाँ बहुत सुंदर हैं ! बधाई स्वीकारें !Anonymousnoreply@blogger.com